मखाने की खेती की शुरूआत हो जाने मिलेगा किसानों को अत्यधिक लाभ
मंजर आलम के साथ राजू प्रसाद साह की रिपोर्ट
बिहार: बेतिया कार्यालय पश्चिमी चम्पारण जिले में मखाने की खेती की शुरूआत हो गयी है। मखाने की खेती से किसानों को अत्यधिक लाभ मिलेगा। इस अभिनव प्रयोग से चंवर जैसे जल क्षेत्र का सदुपयोग होगा तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे कृषि विभाग द्वारा आधुनिक तरीके से पश्चिम चम्पारण जिले में मखाना की खेती को करने को इच्छुक व्यक्तियों से संपर्क साध कर मखाना की खेती की शुरूआत की गयी है। इसी परिप्रेक्ष्य में आज जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में मखाना की खेती की शुरूआत होना बेहद संतोषजनक है। इससे जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी तथा उन्हें इसी जिले में रोजगार उपलब्ध हो पायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पश्चिम चंपारण में कृषि क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं, और इसी संभावनाओं की तलाश का प्रतिफल जिले में मखाना की खेती की शुरुआत होना है। मखाना की खेती से ना केवल जिले के विकास को गति मिलेगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी रोजगार की असीम संभावना उतपन्न होगी। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्रान्तर्गत लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र में मखाना की खेती की शुरूआत की जा रही है। इस हेतु उन्नत किस्म के बीज का प्रबंध हो गया है। उन्होंने बताया कि विगत माह पहले मखाना उत्पादन के क्षेत्र में विख्यात दरभंगा निवासी श्री महेश कुमार द्वारा जिले का भ्रमण किया गया तथा मखाना की खेती की संभावनाओं पर बल दिया गया था। इसी के मद्देनजर जिले में 50 हेक्टेयर में मखाने की खेती की शुरूआत की जा रही है। बाद में धीरे-धीरे इसका विस्तारीकरण किया जायेगा तथा अन्य क्षेत्रों में भी मखाने की खेती की जायेगी।जिलाधिकारी ने स्पष्ट निदेश दिया कि जिले में मखाने की खेती को बढ़ावा देने हेतु किसानों को उत्साहित, जागरूक एवं प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने एक टीम का गठन करने का निदेश भी दिया है जो किसानों को मखाना की खेती करने हेतु जागरूक एवं प्रेरित करे। साथ ही जिला मत्स्य पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि मखाना की खेती करने हेतु जिले में अपार संभावनाएं हैं। इस हेतु चंवर को चिन्हित किया जाय जहां मखाने की खेती की जा सके।जिलाधिकारी ने कहा कि पश्चिम चंपारण में कृषि क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं। और इसी संभावनाओं की तलाश का प्रतिफल जिले में मखाना की खेती की शुरुआत होना है। मखाना की खेती से ना केवल जिले के विकास को गति मिलेगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी रोजगार की असीम संभावना उतपन्न होगी। धीरे-धीरे मखाना की खेती में क्षेत्र विस्तार किया जाएगा और निरूत्तर वृद्धि करते हुए संभावनों की तलाश की जाएगी।
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