जरा सी बारिश में रा0, प्रा, विद्यालय छोटकीपटी जानेवाला रास्ता पूरी तरह कींचड़ युक्त स्कूल बन जाता है तालाब
रामसेवक प्रसाद की रिपोर्ट
बिहार: पश्चिमी चंपारण दिनांक 23 सितम्बर 2022 को बगहा बिहार सरकार में शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करना, कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन दावों की हकीकत स्कूलों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां पश्चिमी चंपारण जिला के बगहा अनुमंडल अंतर्गत प्रखंड बगहा एक के बड़गांव पंचायत स्थित छोटकी पट्टी में राजकीय प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जिन तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ते तक नहीं हैं। जो अनुमंडल मुख्यालय से 10 और प्रखंड मुख्यालय से करीब 06 किलोमीटर दूर छोटकी पट्टी गांव में स्थित है। जो सरकार के वादो की बानगी पेश करता है। इस स्कूल तक जाने का रास्ता पानी और कीचड़ से भरा पड़ा है। जरा सी बारिश होने से तालाब बन जाता है। ऐसे में बच्चे, शिक्षक और शिक्षिकाएं कीचड़ से होकर स्कूल तक पहुंचने के लिए मजबूर हैं। गौरतलब की बात यह भी है। कि विद्यालय के समीप सरकार पंचायत भवन भी है। जहां जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम जनता का भी आना जाना रहता है। जाने में कीचड़ व पानी की जल जमाव के कारण काफी मशक्कत झेलनी पड़ती हैं। विदित हो कि प्राथमिक विद्यालय एक ऐसी जगह पर बना है,जहां आने-जाने के लिए कोई रास्ता तक मौजूद नहीं है। यहां बच्चों को मजबूर होकर कच्चे रास्ते से होकर जाना पड़ता है। बरसात के समय में इस रास्ते पर कीचड़ और पानी भर जाता है। कई बार तो बच्चे और अध्यापक इसमें गिर भी जाते हैं। इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से भी बात हुई है। उन्होंने बताया कि यह जानकारी संज्ञान में है और जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा।लेकिन छोटकी पट्टी गांव के प्राथमिक स्कूली बच्चों और अध्यापकों को बीते कई सालों से सड़क न होने की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है। जरा सी बारिश में स्कूल बन जाता है तालाब स्कूल के शिक्षक अरविंद नाथ पाण्डेय ने बताया कि बरसात के समय स्कूल के आसपास पूरा पानी भर जाता है। विधालय में शौचालय रहते हुए भी छात्र-छात्राएं को किचड़ और पानी की जलजमाव की वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
Comments
Post a Comment