आई.एस.ए. वेड इम्पार्ट नेचुरल सोसाइटी, गोरखपुर ने 75वेंगणतंत्र दिवस के अवसर पर जल जीवन मिशन कार्यक्रम का किया आयोजन
एम. ए. हक
कुशीनगर: अमृत काल के द्वितीय राष्ट्रीय पर्व 75वेंगणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना" जल जीवन मिशन" हर घर जल" के सफल क्रियान्वयन हेतु चयनित इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी (आई.एस.ए.) वेड इम्पार्ट नेचुरल सोसाइटी, गोरखपुर द्वारा माननीय रामप्रीत गुप्ता जी ग्राम प्रधान होरलापुर के कुशल नेतृत्व में ग्राम पंचायत के कम्बाइंड विद्यालय होरलापुर मे 'जल जागरुकता' कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जल जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वप्रथम श्रीमती गीता चतुर्वेदी जी प्रधानाध्यापिका कम्बाइंड विद्यालय होरलापुर, ग्राम पंचायत होरलापुर के नेतृत्व मे विद्यालय के छात्रों द्वारा ग्राम पंचायत में जल जागरूकता हेतु:- पानी को हम बचायेंगे - देश में खुशहाली लायेंगे, जल को बचाना है - विश्व को खुशहाल बनाना है, जल संरक्षण है एक संकल्प - नही है इसका दूसरा कोई विकल्प, जल संरक्षण को अपनाना होगा - हर व्यक्ति तक जल पहुंचाना होगा,
आप पानी बचाये - पानी आप को बचाएगा आदि प्रेरक नारों का उदघोष करते हुए प्रभात फेरी निकाली गई ,प्रभात फेरी के समापन के उपरांत माननीय रामप्रीत गुप्ता जी ग्राम प्रधान होरलापुर के द्वारा विद्यालय मे झंडारोहण का कार्यक्रम किया गया, झंडारोहण कार्यक्रम के उपरांत छात्रों को संबोधित करते हुए श्री रामप्रीत गुप्ता जी द्वारा छात्रों को अवगत कराया गया कि दरअसल हमारा देश 15 अगस्त 1947 को भले ही आजाद हो गया था लेकिन तब हमारे पास अपना संविधान नहीं था और संविधान के बिना कोई देश नहीं चल सकता।आजादी के तीन साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था संविधान लागू होने के बाद हमारा देश भारत एक गणतंत्र देश बन गया, आज इसी ऐतिहासिक और शुभ दिन की 75वीं सालगिरह है। इस शुभ घड़ी पर मैं आप सभी लोगों को हार्दिक बधाई देता हूं। आजादी के बाद हम भारतवासियों ने बेशुमार उपलब्धियां हासिल की हैं, आज इन्हीं उपलब्धियों का जश्न और उत्सव मनाने का दिन है। आज हमें देश को आजाद कराने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान बनाने वाले महापुरुषों को भी नमन करना चाहिए, जिनके कारण आज हर नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है। इसी क्रम में श्रीमती गीता चतुर्वेदी जी द्वारा छात्रों को जल के महत्व के बारे मे जागरूक करते हुए अवगत कराया गया कि जल हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक घटक है, इससे हम वाकिफ तो हैं लेकिन उसके संरक्षण को लेकर आज भी जागरूक नहीं हैं,जल एक सीमित संसाधन है और अब यह सुनिश्चित करना अति आवश्यक है कि जल का जिम्मेदारी से समुचित उपयोग किया जाए। आज देश और दुनिया के कई हिस्सों में पानी की कमी होती जा रही है। लोगों को अपनी दैनिक आवश्यकताओं के साथ ही पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा इसलिए जल संरक्षण को लेकर जागरूक होने की जरूरत है साथ ही जल की बर्बादी करना बन्द करें और अत्यधिक वर्षा जल की प्राप्ति हेतु अधिक से अधिक पौधों को लगाया जाए,
इसी क्रम में आई०एस०ए० प्रतिनिधि मो हबीब द्वारा छात्रों को बताया गया कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुशार हर आठ सेकेंड में एक बच्चा पानी से सम्बन्धित बीमारी से मर जाता है, और हर साल 50 लाख से अधिक लोग असुरक्षित पीने के पानी,और गंदगी से जुड़ी बीमारियों से मर जाते हैं। रोगाणुओं, जहरीले पदार्थों एवं अनावश्यक मात्रा में लवणों से युक्त पानी अनेक रोगों को जन्म देता है। बीमारियों में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रदूषित पानी का ही हाथ होता है। प्रति घंटे 1000 बच्चों की मृत्यु मात्र अतिसार (दस्त) के कारण हो जाती है जो प्रदूषित जल के कारण होता है। चूँकि पेयजल ही जीवन का आधार है। इस वजह से सरकार पेयजल की शुद्धता पर विशेष ध्यान दे रही है। शुद्ध और साफ जल का मतलब है कि वह मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक अशुद्धियों और रोग पैदा करने वाले जीवाणुओं से मुक्त होना चाहिए वरना यह हमारे पीने के काम नहीं आ सकता है। जल जीवन मिशन का एक ही मकसद है कि हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मिल सके ताकि उसका स्वास्थ्य ठीक रहे। वास्तव में जल का शुद्ध होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से ही पूरे शरीर में पोषक तत्व जैसे कि विटामिन, मिनरल और ग्लूकोज प्रभावित होते हैं।
कार्यक्रम के इसी क्रममें छात्रों द्वारा विभिन्न मनमोहक कार्यक्रमों का आयोजन एवं पुरस्का वितरण भी किया गया कार्यक्रम के अंत में माननीय रामप्रीत गुप्ता जी ग्राम प्रधान होरलापुर जी द्वारा (आई.एस.ए.) वेड इम्पार्ट नेचुरल सोसाइटी, गोरखपुर द्वारा ग्राम पंचायत एवं विद्यालय में नियमित हैंड वाश, जल जागरुकता,जल संरक्षण एवं सँक्रमण नियंत्ररण, हेतु कार्यक्रमों का आयोजन किए जाने हेतु सराहना करते हुए संस्था द्वारा विधायलय में राष्ट्रीय पावन पर्व गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन कराए जाने हेतु आभार व्यक्त किया गया कार्यक्रम में मुख्य रूप से
श्रीमती पूनम सिंह, श्री नुरुल अमीन श्रीमती विंध्यवासिनी सिंह, श्री राजा राय श्रीमती रुपाली राज गुप्ता (सहायक अध्यापक) व श्रीमती नीतू पांण्डेय, श्रीमती आरती पांण्डेय (शिक्षा मित्र)एवं चंद्रशेखर प्रसाद अनुचर तथा श्री निखिल मणि त्रिपाठी, मोहम्मद नसीम, मो आशीक, मो शहजाद आलम आदि लोगों की उपस्थिति एवं सहयोग रहा
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