अब नहीं झेलेंगे महँगाई के मार जनता हमारे अब होंगा खेला मोदी के खिलाफ:- मुकेश यादव

म0 मंजर आलम की रिपोर्ट
बिहार: बेतिया प0 चंपारण बेतिया जिला में मुकेश यादव युवा राजद जिलाध्यक्ष ने PM पर जमकर हमला बोले कि ये कैसे चाय वाले प्रधानमंत्री है जो 15-15 लांख का सुट पहनते है जबकि देश की जनता फटे- पुराने कपड़े पे मजबूर है। रोटी नसीब नहीं हो  रहा और देश के PM - CM मस्ती में हैं मंत्री को पूछिये नही क्या करते यह जनता समझ चुकी हैं। PM 36 प्रकार के ब्यंजन का थाली 30 हजार से अधिक खाते हैं,वही आम जनता को 30 रुपये की थाली भी नसीब नहीं हो रही है। श्री यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने कहा कि GDP बढ़ाएँगे देश को नंबर वन बनाएंगे , लेकिन देश की भोली- भाली जनता समझ नहीं पायी और देश जिम्मेवार और बड़ा पद सौप दी। परंतु  इनका GDP का अर्थ इस प्रकार था:- G- गैस, D -डीज़ल और P -पेट्रोल बढ़ा दिया। मोदी सरकार -2 ने देश पे टैक्स का बोझ लगातार बढ़ाने से आम- आदमी कर्ज में डूबते जा रहा है, लोग आये दिन आत्महत्या कर रहे हैं और करोड़ पति विदेश भाग रहें हैं। खाने का सरसों तेल का कीमत भी आसमान छु रहा है साथ जनता उपयोगी सभी सामग्री का रेट आसमान पर हैं और NDA पंजाब, उत्तर प्रदेश और कश्मीर के सत्ता पाने के मंथन कर रहीं जनता देश के सर्वप्रिय है सब जान चुकी हैं आपका जवाब UP सेमीफाइनल और फाइनल 2024 में जवाब देगी जिस तरह कोरोना में जान बुझ कर जनसँख्या कम करने के नियत से लापरवाही स्वास्थ्य विभाग बना कर अपने मारा है उसका एक एक हिसाब गरीब परिवार आपसे लेगा। उन्होंने आगे बताए कि जब पूर्व PM लाल बहादुर शास्त्री से लोगों ने पूछा आप फटे- कुर्ते क्यों पहने है, तो उनका जवाब था, जब देश के जनता की स्थिति फटेहाल है तो प्रधानमंत्री कैसे अच्छा सुट पहन सकता हैं। वही एक चाय वाला फकीर प्रधानमंत्री है जो लांखो का सुट, कई हजार के थाली का खाना एक बार में खाता है और विदेश दौरा भारत के पैसों से इतना किए कि पूछ नहीं सकते। भारत के इतिहास में पहली बार कोई झूठ बोलने वाला प्रधानमंत्री है तो नरेंद्र मोदी जी अधिकतर बाते जुमला साबित हुई। 
देश की संपति को साहेब ऐसे बेच रहे हैं जैसे इनके बाप- दादा की जागीर हो साहब ये जनताकी सम्पति है आपके नहीं ध्यान मेंर खें।

Comments

Popular posts from this blog

मड़ार बिन्दवलिया के कोट स्थान के सामने भीषण एक्सीडेंट एक बालक की हुई मौत

पूर्व ग्राम प्रधान के लड़के की हुई मौत

सड़क बन रहा है मानक विहीन