पुलिस ने किया पत्रकारों के साथ बदसलूकी, आक्रोश

लकमुद्दीन अंसारी  प्रदेश प्रभारी की रिपोर्ट
कुशीनगर: नेबुआ नौरंगिया थाना पुलिस ने रविवार को एक मामले की जानकारी लेने थाने पहुंचे आधा दर्जन पत्रकारों के साथ बदसलूकी किया। पत्रकारों ने जब पुलिसकर्मियों का विरोध किया तो धक्के देकर थाने से बाहर निकाल दिया। इसकी लिखित शिकायत एसपी, आईजी, डीजीपी, मुख्यमंत्री व भारतीय प्रेस परिषद दिल्ली,मानवाधिकार को भेजकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं। जानकारी के अनुसार नेबुआ नौरंगिया थाना के कोटवा स्थित एक निजी अस्पताल मे 27 मार्च 2021को महिला के गलत सर्जरी की खबर कवरेज करने कुछ पत्रकार गए थे जहां अस्पताल संचालक सहित उनके सहयोगियों द्वारा कैमरा तोडने के साथ बदसलूकी किया गया था, पीड़ित पत्रकारों ने स्थानीय थाने की पुलिस को तहरीर दिया था,पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं किया गया गया था,पत्रकारों ने मानवाधिकार आयोग, पुलिस महानिदेशक,भारतीय प्रेस परिषद दिल्ली को शिकायत पत्र भेजा था,मामले की जांच एएसआई कैलाश यादव को मिला था,जिसमे पीडित पत्रकारो से बिना ब्यान के ही रिपोर्ट लगाकर उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया था,मामले की जानकारी होते ही पीड़ित पत्रकारों ने थाने पहुचकर दरोगा से जानकारी लेना चाहा तो वे और उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों द्वारा बदसलूकी करते हुए धक्का देकर थाना परिसर से बाहर कर दिया।पत्रकारों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।जिससे नाराज पत्रकारों ने नौरंगिया स्थित एक आवास मे बैठक कर बदसलूकी का घोर निंदा किया गया और पत्रकारों ने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की हैं। पीड़ित पत्रकारों ने जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार से इस मामले में न्याय दिलाने की मांग की हैं। पत्रकारों का कहना था कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे इस बैठक के दौरान दौरान हरिओम तिवारी, अजय तिवारी, दिलीप कुमार, लकमुद्दीन अंसारी, आशोक, अमहद, कृष्णा शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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