रमजान में जहां बड़े बुजुर्ग लोग रोज़ा व नमाज़ के लिए संपूर्ण रूप से तैयार नजर आते हैं वहीं छोटे छोटे बच्चे भी नजर आते हैं।
लकमुद्दीन अंसारी की रिपोर्ट
महराजगंज: रमजान में जहां बड़े बुजुर्ग लोग रोज़ा व नमाज़ के लिए सम्पूर्ण रूप से तैयार नजर आते हैं वहीं छोटे बच्चों की भावना भी देखने के लायक़ होता है भले ही अल्लाह ने बच्चों, बुजुर्गों, यात्रियों, बीमारों पर रोज़ा रखना अनिवार्य नहीं किया है लेकिन बच्चों के मुंह से रोज़ा रखने की बात सुनना ही माता -पिता के लिए एक बड़ी खुशी की बात है। रमजान के इस पवित्र महीने में मोहम्मद फ़ज़ले हक़ पुत्र मोहम्मद रमजान अमजदी 10 वर्ष निवासी ग्राम डुमर भार खुशनसीब पुत्र मकसूद 10 वर्ष निवासी ग्राम जगदीश पुर हस्सान रजा पुत्र अतिकुल्लाह 9 वर्ष हस्सान खान पुत्र रमजान अली 10 वर्ष निवासी ग्राम मुड़ीला तिवारी नूर आलम पुत्र एहसन अली 8 सबा नूरी पुत्री मौलाना इमामुद्दीन 7 वर्ष निवासी ग्राम पकड़ी खुर्द महराज गंज असजद राजा साहिल रजा मुस्तफा रजा पुत्र मुफ्ती अमजद अली निजामी जामिया रिजविया नुरुलुम सिविल लाइन महाराजगंज गौसिया परवीन पुत्री मुफ्ती अमजद अली निजामी और हसन राजा पुत्र मौलाना खुर्शीदुल इस्लाम अमजदी खजुरिया नंदा भार ने रमजान का रोज़ा रख करके देश के अमन व शांति के लिए अल्लाह पाक से प्रार्थना की छोटे बच्चों के रोज़ा रखने से घर में हर्षोल्लास का माहौल है।
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